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 भारतीय संस्कृति:  एक अनमोल धरोहर  भारत, विविधता और समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर का देश है। यहाँ की संस्कृति प्राचीन काल से ही समृद्ध और बहुआयामी रही है। भारतीय संस्कृति का आधार हमारे धार्मिक ग्रंथों, परंपराओं, रीति-रिवाजों, कला और साहित्य में निहित है। यह संस्कृति केवल आध्यात्मिकता ही नहीं, बल्कि मानवता और सहिष्णुता का भी प्रतीक है। धार्मिक विविधता और सहिष्णुता       भारत में विभिन्न धर्मों का सह-अस्तित्व देखने को मिलता है। हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई, जैन, बौद्ध और पारसी जैसे विभिन्न धर्मों के लोग यहाँ सदियों से एक साथ रहते आए हैं। भारतीय संस्कृति की यह विशेषता है कि यहाँ सभी धर्मों का सम्मान किया जाता है और धार्मिक विविधता को उत्सव के रूप में मनाया जाता है। त्यौहारों की भरमार जैसे दिवाली, ईद, क्रिसमस, और गुरुपर्व हमें एक-दूसरे से जोड़ने का काम करते हैं। कला और साहित्य की समृद्धि       भारतीय संस्कृति में कला और साहित्य का विशेष स्थान है। शास्त्रीय संगीत, नृत्य, चित्रकला, मूर्तिकला और साहित्य में भारत का योगदान अद्वितीय है। भरतनाट्यम, कथक, कुचिपुड़ी, और कथकली जैसे नृत्य रूप हमारी सांस्कृतिक